Rajasthan High Court Dictation #11 (80 Wpm) [ REPUBLIC STENOGRAPHY ]
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महोदय, निर्णय के पूर्व कुर्क की गई सम्पत्ति के दावे का न्यायनिर्णयन - जहां कोई दावा निर्णय के पूर्व कुर्क की गई सम्पत्ति के लिए किया गया है वहां ऐसे दावे का न्यायनिर्णयन उस रीति से किया जाएगा जो धन के संदाय के लिए डिक्री के निष्पादन में कुर्क की गई संपत्ति के दावों के न्यायनिर्णयन के लिए इसमें इसके पूर्व उपबन्धित है।
प्रतिभूति दे दी जाने पर या वाद खारिज कर दिए जाने पर कुर्की का हटा लिया जाना - जहां निर्णय के पूर्व कुर्की के लिए आदेश किया जाता है वहां जब प्रतिवादी अपेक्षित प्रतिभूति उस प्रतिभूति के सहित जो कुर्की के खर्चों के लिए दे देता है या जब वाद खारिज कर दिया जाता है तब न्यायालय कुर्की के प्रत्याहरण के लिए आदेश देगा।
निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो व्यक्तियों के अधिकार प्रभावित होंगे और न विक्रय के लिए आवेदन करने से डिक्रीदार वर्जित होगा - निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो उन व्यक्तियों के जो वाद के पक्षकार नहीं हैं, अधिकारों पर जो कुर्की के पूर्व ही विद्यमान थे, प्रभाव पड़ेगा और न प्रतिवादी के विरुद्ध डिक्री धारण करने वाला कोई व्यक्ति ऐसी कुर्की के अधीन संपत्ति का विक्रय ऐसी डिक्री के निष्पादन में कराने का आवेदन करने से वर्जित होगा।
प्रतिभूति दे दी जाने पर या वाद खारिज कर दिए जाने पर कुर्की का हटा लिया जाना - जहां निर्णय के पूर्व कुर्की के लिए आदेश किया जाता है वहां जब प्रतिवादी अपेक्षित प्रतिभूति उस प्रतिभूति के सहित जो कुर्की के खर्चों के लिए दे देता है या जब वाद खारिज कर दिया जाता है तब न्यायालय कुर्की के प्रत्याहरण के लिए आदेश देगा।
निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो व्यक्तियों के अधिकार प्रभावित होंगे और न विक्रय के लिए आवेदन करने से डिक्रीदार वर्जित होगा - निर्णय से पहले की गई कुर्की से न तो उन व्यक्तियों के जो वाद के पक्षकार नहीं हैं, अधिकारों पर जो कुर्की के पूर्व ही विद्यमान थे, प्रभाव पड़ेगा और न प्रतिवादी के विरुद्ध डिक्री धारण करने वाला कोई व्यक्ति ऐसी कुर्की के अधीन संपत्ति का विक्रय ऐसी डिक्री के निष्पादन में कराने का आवेदन करने से वर्जित होगा।
निर्णय से पहले कुर्क की गई सम्पत्ति डिक्री के निष्पादन में पुनः कुर्क नहीं की जाएगी - जहां संपत्ति इस आदेश के उपबंधों के आधार पर की गई कुर्की के अधीन हो और वादी के पक्ष में तत्पश्चात् डिक्री पारित कर दी जाए वहां ऐसी डिक्री के निष्पादन के लिए किए गए आवेदन में उस संपत्ति को पुनः कुर्क करने के लिए आवेदन करना आवश्यक नहीं होगा।
कुर्की को लागू होने वाले उपबंध - इस संहिता के ऐसे उपबंध जो डिक्री के निष्पादन में की गई कुर्की को लागू होते हैं, निर्णय के पूर्व की गई ऐसी कुर्की को, जहां तक हो सके, लागू होंगे जो निर्णय के पश्चात् नियम 11 के उपबंधों के आधार पर जारी रहती है।
किसी ऐसे वाद में जो व्यतिक्रम के कारण खारिज कर दिया जाता है, निर्णय के पूर्व की गई कुर्की केवल इस तथ्य के कारण पुनः प्रवर्तित नहीं होगी कि व्यतिक्रम के कारण वाद खारिज करने का आदेश अपास्त कर दिया गया है और वाद प्रत्यावर्तित कर दिया गया है।
कृषि-उपज निर्णय के पूर्व कुर्क नहीं होगी - इस आदेश की कोई भी बात किसी कृषक के कब्जे में किसी कृषि-उपज की कुर्की के लिए आवेदन करने को वादी को प्राधिकृत करने वाली या ऐसी उपज को कुर्क करने या पेश करने का आदेश देने को न्यायालय को सशक्त करने वाली नहीं समझी जाएगी।
लघुवाद न्यायालय स्थावर सम्पत्ति को कुर्क नहीं करेगा - इस आदेश की कोई भी बात स्थावर सम्पत्ति की कुर्की के लिए आदेश करने को किसी लघुवाद न्यायालय को सशक्त करने वाली नहीं समझी जाएगी। आदेश 38 के नियम 7 से 13 में निर्णय-पूर्व कुर्की करने की रीति सम्पत्ति के दावे का निर्णय कुर्की का हटाना, व्यक्तियों के अधिकार, लघुवाद न्यायालय की अधिकारिता आदि विविध बातों का विवेचन किया गया है।
कुर्की को लागू होने वाले उपबंध - इस संहिता के ऐसे उपबंध जो डिक्री के निष्पादन में की गई कुर्की को लागू होते हैं, निर्णय के पूर्व की गई ऐसी कुर्की को, जहां तक हो सके, लागू होंगे जो निर्णय के पश्चात् नियम 11 के उपबंधों के आधार पर जारी रहती है।
किसी ऐसे वाद में जो व्यतिक्रम के कारण खारिज कर दिया जाता है, निर्णय के पूर्व की गई कुर्की केवल इस तथ्य के कारण पुनः प्रवर्तित नहीं होगी कि व्यतिक्रम के कारण वाद खारिज करने का आदेश अपास्त कर दिया गया है और वाद प्रत्यावर्तित कर दिया गया है।
कृषि-उपज निर्णय के पूर्व कुर्क नहीं होगी - इस आदेश की कोई भी बात किसी कृषक के कब्जे में किसी कृषि-उपज की कुर्की के लिए आवेदन करने को वादी को प्राधिकृत करने वाली या ऐसी उपज को कुर्क करने या पेश करने का आदेश देने को न्यायालय को सशक्त करने वाली नहीं समझी जाएगी।
लघुवाद न्यायालय स्थावर सम्पत्ति को कुर्क नहीं करेगा - इस आदेश की कोई भी बात स्थावर सम्पत्ति की कुर्की के लिए आदेश करने को किसी लघुवाद न्यायालय को सशक्त करने वाली नहीं समझी जाएगी। आदेश 38 के नियम 7 से 13 में निर्णय-पूर्व कुर्की करने की रीति सम्पत्ति के दावे का निर्णय कुर्की का हटाना, व्यक्तियों के अधिकार, लघुवाद न्यायालय की अधिकारिता आदि विविध बातों का विवेचन किया गया है।
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From - RAJAT SONI
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